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फकत लहजे ही रसीले होते है ,,

अंदर से कुछ इंसान , बहुत जहरीले होते है ..!!
Forwarded from ✍️शायरी का दरिया💐 (ज़ालिमा...!!)
तेरे बिना एक पल भी कहीं न बिता पाती हूँ,

कहीं से भी चलूं तुझ तक आकर ठहर जाती हूँ..!!
#Zalima
ज़ख्म लगा के मेरे दिल पे बड़ी सादगी के साथ,
टूटे हुए मेरे दिल का हाल क्या पूछते हो,
ठुकरा दिया जो तुमने मोहब्बत को इस तरह,
पलट-पलट के प्यार से क्या देखते हो...!!!
अधमरा इश्क दस्तक दे रहा था दहलीज पर,

खंजर जाना पहचाना था,
दर्द और गहरा हुआ।
आकाश से भी ज्यादा किसी ने प्रेम किया होगा क्या

देखो निकलते रहते आंसू कभी बारिश की बूँदे बनकर कभी ओंस की बूँदे बनकर बिछे रहते हैं धरती पर..

धरती से ज्यादा किसी ने प्रेम किया होगा क्या
तपती रहती है वो गर्मियो मे इन्ही बुंदो के लिए...
Forwarded from ✍️शायरी का दरिया💐 (!!..ज़ालिमा..!!)
कुछ अलग सा चल रहा है अपनी
मोहब्बत का हाल,

उनकी चुप्पी और मेरे कई सवाल....!!
वह शख्स तरसेगा मुझसे बात करने को ..
जिसने अपने लहजे से मेरा दिल दुखाया है..
आँखों से भी दास्तानें लिखी जाती हैं

हर कहानियों को कलम की जरूरत नहीं होती
एक तरफा प्यार अब हार रहा है,
खुश वही है जो दस जगह मुँह मार रहा है...

#pathak
है दुख तो कह दो किसी पेड़ से परिंदे से,
अब आदमी का भरोसा नहीं है ..!!
मैंने कहा रंगों से इश्क है मुझे ..
फिर जमाने ने हर रंग दिखाए मुझे..!!
अकेलापन कहता है कोई महबूब बनाया जाए..

जिम्मेदारियां कहती हैं वक़्त बर्बाद बहुत होगा..!!😌
अश्क़ बह गए आँखों से मगर इतना कह गए,
फिर आएंगे तेरी आँखों में तू अपना सा लगता है।
Forwarded from ✍️शायरी का दरिया💐 (!!..ज़ालिमा..!!)
ए बेखबर की तेरी हर अदा से है मोहब्बत,

देख कर मुझे जो तु नजरें फेर लेता है न
तेरी इस अंदाज से भी है मोहब्बत..!!
#Zalima
कभी अलविदा कह दूँ तो समझ लेना ..तुम
कुछ मेरी उम्मीदें रही होंगी , कुछ तुम्हारी बेरूखी...
Forwarded from ✍️शायरी का दरिया💐 (!!..ज़ालिमा..!!)
सुबह की ख्वाहिशें शाम तक टाली ,

इसतरह हमने हरदिन अपनी जिंदगी संभाली ।
वफ़ा हम उनसे कुछ इस तरह निभाया करते थे..
वो क़त्ल की सोचते थे मेरा और हम खंजर तोहफे में दिया करते थे...
मुझे सलाह नही , सहारा चाहिए,
मेरा वक़्त खराब है , दिमाग नही...
2025/02/24 09:52:28
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