अलविदा 2023..!
तेरा बहुत-बहुत शुक्रिया..!
तुमने बहुत-से लोगों के असली चेहरे दिखाए। जिसमे बहुत लोग सांप निकले और मात्र कुछ ही गिन-चुने लोग थे जो सच में साथ देने वाले थे। लोग मुंह पे बहुत अच्छे और भोले बनते हैं और पीठ पीछे में ना जाने कितनी बुराइयां करते हैं इसका अंदाजा लगाना भी मुश्किल है। वैसे भी मैंने ऐसे लोगों से दरकिनार कर लिया है खुद को और असल में मुझे अब कोई फर्क भी नही पड़ता उनके होने या ना होने से।
तेरा बहुत-बहुत शुक्रिया..!
तुमने बहुत-से लोगों के असली चेहरे दिखाए। जिसमे बहुत लोग सांप निकले और मात्र कुछ ही गिन-चुने लोग थे जो सच में साथ देने वाले थे। लोग मुंह पे बहुत अच्छे और भोले बनते हैं और पीठ पीछे में ना जाने कितनी बुराइयां करते हैं इसका अंदाजा लगाना भी मुश्किल है। वैसे भी मैंने ऐसे लोगों से दरकिनार कर लिया है खुद को और असल में मुझे अब कोई फर्क भी नही पड़ता उनके होने या ना होने से।
दर्द की अनुभूति का भूगोल कोई क्या लिखेगा
बाँसुरी की वेदना के बोल कोई क्या लिखेगा
रास लीला कृष्ण की लिखना बहुत आसान लेकिन
राधा के आँसुओं के मोल कोई क्या लिखेगा।
बाँसुरी की वेदना के बोल कोई क्या लिखेगा
रास लीला कृष्ण की लिखना बहुत आसान लेकिन
राधा के आँसुओं के मोल कोई क्या लिखेगा।
मालूम सबको है कि जिंदगी बेहाल है,
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लोग फिर भी पूछते हैं और सुनाओ क्या हाल है
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लोग फिर भी पूछते हैं और सुनाओ क्या हाल है
खारा समंदर नहीं
खारे हैं इंतजार के रंग सारे
मीठा नदिया का पानी नहीं
मीठी है उम्मीदों की धीमी सी रोशनी...!!
खारे हैं इंतजार के रंग सारे
मीठा नदिया का पानी नहीं
मीठी है उम्मीदों की धीमी सी रोशनी...!!
पड़ौसन तो पट नहीं सकती थी, तो मैंने पत्नी का नाम ही पडौसन रख दिया, दिल को बहुत तसल्ली मिलती है😜
👻
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तुम्हें बुरी लगती हैं मेरी बातें, मेरा हर सवाल,
मैं तो बस तुम्हारे मन की बात सुनना चाहता हूँ,
तुम्हें बुरा लगता है मेरा तुम्हारी नज़रों में झाँकना,
मैं तो बस तुम्हारे भीतर के जख्मों को जानना चाहता हूँ,
तुम्हें बुरा लगता है मेरा तुम्हारे पास आना,
क्योंकि तुम अब किसी को भी अपने पास लाने से डरती हो बहुत,
तुम्हें बुरा लगता है मेरा तुम्हारे हाथों को थामना,
मैं तो बस तुम्हारे हाथों की सिहरन को महसूस करना चाहता हूँ,
तुम्हें बुरा लगता है मेरा तुम्हारी आँखों को स्पर्श करना,
मैं तो बस तुम्हारी पलकों में दबी नमी को अपनी उंगलियों पर महसूस करना चाहता हूँ,
तुम्हें बुरा लगता है मेरी उँगलियों का स्पर्श तुम्हारे लबों पर,
मैं तो बस उन लबों पर मुस्कान के पीछे दबी सिसकियों को महसूस करना चाहता हूँ,
तुम्हें बुरा लगता है मेरा तुम्हें अपने सीने से लगाना,
मैं तो बस तुम्हारे हृदय के हर दर्द को करीब से महसूस करना चाहता हूँ,
तुम्हें बुरा लगता हूँ मैं, बुरा लगता है मेरा हर एहसास,
मैं तो बस तुम्हें अपने प्रेम का एहसास देना चाहता हूँ।
👻🥀💔
मैं तो बस तुम्हारे मन की बात सुनना चाहता हूँ,
तुम्हें बुरा लगता है मेरा तुम्हारी नज़रों में झाँकना,
मैं तो बस तुम्हारे भीतर के जख्मों को जानना चाहता हूँ,
तुम्हें बुरा लगता है मेरा तुम्हारे पास आना,
क्योंकि तुम अब किसी को भी अपने पास लाने से डरती हो बहुत,
तुम्हें बुरा लगता है मेरा तुम्हारे हाथों को थामना,
मैं तो बस तुम्हारे हाथों की सिहरन को महसूस करना चाहता हूँ,
तुम्हें बुरा लगता है मेरा तुम्हारी आँखों को स्पर्श करना,
मैं तो बस तुम्हारी पलकों में दबी नमी को अपनी उंगलियों पर महसूस करना चाहता हूँ,
तुम्हें बुरा लगता है मेरी उँगलियों का स्पर्श तुम्हारे लबों पर,
मैं तो बस उन लबों पर मुस्कान के पीछे दबी सिसकियों को महसूस करना चाहता हूँ,
तुम्हें बुरा लगता है मेरा तुम्हें अपने सीने से लगाना,
मैं तो बस तुम्हारे हृदय के हर दर्द को करीब से महसूस करना चाहता हूँ,
तुम्हें बुरा लगता हूँ मैं, बुरा लगता है मेरा हर एहसास,
मैं तो बस तुम्हें अपने प्रेम का एहसास देना चाहता हूँ।
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खिलेगी धूप तो वादी का रंग निखरेगा ❤️🩹
अभी तो ओस की एक धुंद है नज़ारे में 🤍
अभी तो ओस की एक धुंद है नज़ारे में 🤍
बात चेहरे की न कर हुस्न के औसा़फ़ बता♥️
एक फ़क़त तेरी हया एक फ़क़त तेरी अदा🤍
एक फ़क़त तेरी हया एक फ़क़त तेरी अदा🤍