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तुम्हारी सारी ख्वाहिशों को हकीकत में बदल दुगां

मेरे आंगन में मेहँदी लगे पैर तो रखों इक बार...

♥️🤩
उसने देकर मौहब्बत का नाम… .
मेरी सारी आज़ादी छीन ली… .

देकर इज्जत का नाम… .
उच्छालता सिरत मौहब्बत की… .

दिखाकर एक ख्वाब ए वफा़… .
खेला वो दिल से मेरे… .

तब्बीर ए ख्वाब जब हुआ तो… .
हुई रुस्वाई मौहब्बत की… .

@Sanaya_10_13
इंसान के कंधों पर ईंसान जा रहा था… . कफ़न में लिपटा अरमान जा रहा था… .

जिन्हें मिली बे-वफ़ाई महोब्बत में… .
वफ़ा की तलाश में श्मशान जा रहा था… .
तुम हमे छोड गए… .
इसमे तुम्हारा क्या कसुर… .

हर कोई हमारा साथ… .
निभा भी नही सकता… .
तरसती निगाहो ने हर पल… .
तुम्हारी राह ताकी है… .

हर घडी तुम्हे ही चाहा है… .
हर खुशी मे तुम्हे ही याद किया है… .

हर इंसान जलता होगा तुम्से… .
हमने इस कदर मौहब्बत तुमसे की है… .

हर मंदीर हर मस्जीद मे तक… .
बस तुम्हारा ही साथ मांगा है… .

@Sanaya_10_13
इश्क लिखूं तो तुझे लिख दूं,
गुरूर लिखूं तो मेरी पसंद लिखे दूं।
जरुरत लिखूं तो सांसों को लिख दूं,
और सांस लिखूँ तो फिर तुझे लिख दूँ ।
मैं ख़्वाब बुलाता हूँ हर रात मुझसे मिलने,

वो शख्श अपने वादों सा फ़रामोश हो गया!
मैं तो इसलिये चुप हूं की तमाशा न बने
तू समझता है मुझे तुझसे गिला कुछ भी नहीं
Tum Se Ranjish Bhi h,
Ekhtlaf Bhi H

Aur Kuch Ain Sheen Qaaf Bhi H

♥️💖
कभी ख़ामोश बैठोगे कभी
कुछ गुनगुनाओगे ,,

में उतना याद आऊंगा मुझे
जितना भुलाओगे ,,

कोई जब पूछ बैठेगा खामोशी
का सबब तुम से ,,

बहुत समझाना चाहोगे मगर
समझा ना पाओगे ,,

कभी दुनिया मुकम्मल बन के
आएगी निगाहों में ,,

कभी मेरी कमी दुनिया की
हर शे में पाओगे ,,

कहीं पर भी रहे हम और तुम
मोहब्बत फिर मोहब्बत है ,,

तुम्हे हम याद आएंगे हमे
तुम याद आओगे ,,


©आदिल खान
2025/04/08 07:06:43
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