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*अक़्सर खा जाती हैं हमें, वो चीखें अंदर से,*



*जो हमारे सिवा, कोई और सुन नहीं सकता..*💔
दर्द की बात ना करो हमसे ऐ baba,

ना जाने कितने दर्द दफ़न हैं मेरे सीने में ।। 😓✌🏻
खुद का बनाकर तमाशा खुद से ही दूर हुए हम,,,

खुद ही लिखा दर्द और खुद ही मशहूर हुए हम...💞 💞
जमाने के लिए तो...
कुछ दिन बाद होली है"......

"लेकिन मुझे तो....
रोज़ रंग देती है यादें तेरी"....
*_तोहमते तो लगती रही,_*
*_रोज़ नया नया मुझ पर,_*

*_मगर जो सबसे खुबसूरत_*
*_इल्ज़ाम था,वो तेरा नाम था..!!_*
उसने इल्ज़ाम भी
लगाया तो कितना हसीन लगाया

बोली सर___

ये पूरी क्लास में
बस मुझे ही देखता रहता है___!!
धडकनो मे डूबकर खुद को चाहत बना दिया है,

वो कौन सी वजह हैं जिसने हमे तेरे करीब ला दिया है....🌸💫
ख्वाहिश तो थी मिलने की पर कभी कोशिश नहीं की,

सोचा जब खुदा माना है तुमको तो बिन देखे ही पूजेंगे.....🌸💫💫

            
❤️मुझे भूल कर तो देखो, हर ख़ुशी रूठ जाएगी, 💔
जब अकेले तुम बैठोगी, खुद-ब-खुद मेरी याद आएगी🥲
कुछ रिश्ते किराए के मकान
जैसे होते है
कितना भी सजा लो
कभी अपने नही होते है...
....💕❣️

हुआ कूछ नहीं बस,

वो चूप हैं मैं उदास हुं...


━─◈•❉•◈─━
"बँधी जा रही कैसी ये डोर है,
कि धड़कनों में शोर ही शोर है!

ऐ दिल! तू ही धड़क रहा है मुझमें क्या,
या तेरी जगह धड़क रहा कोई और है!!"
एक तेरे ख्याल पर दिल आकर ठहर जाता है,,,,,

मन का मौसम बहारों का मोहताज नहीं होता❣️❣️
कुछ रूठे हुए लम्हें कुछ टूटे हुए रिश्ते,
हर कदम पर काँच बन कर जख्म देते हैं।
हज़ार बाते दिल मे दफ़न करके,
अब खामोश रहना पसंद है मुझे...
छोड़ जाएंगे तुझ में महकती खुशबू अपनी,
उम्र गुजर जायेगी तुम्हारी मुझको भूल जानें में.!!♥️
उलझनें भी उसे देंखे तो सुलझ जाती है,,,

यारो वो शख्स निगाहों से गिराह खोलता है...💫♦️🌷❤️🌹
________ देखते हैं आप हमसे जुदा कैसे हो पाएंगे
__________ आप मुकद्दर का लिखा मानते हो
____________ हम दुआँ को आजमाएंगे ....!!! 🌹❤️💫♦️🌷
सिर्फ़ आवाज सुनने से ही धड़कनें नहीं बढ़ती,



कभी कभी ख़ामोशी भी धड़कनें बढ़ा देती हैं...!!❤️
मतलबी लोगों से
...दूर है हम...
खुद मे ही अब
.....मशरुफ है हम.....🌹
2024/11/15 18:45:57
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