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महक़ते कागज़ पर....
लिखी हुईं ..
सुनहरे हर्फों में...
ज़िन्दगी..
जिसको गुनगुनाये...
वो ग़ज़ल हो तुम...
न इश्क़ न महोब्बत...
मैंने प्रेम को चुना.. जींवनभर के लिए..
जहाँ मिलना न बिछड़ना...
न पाना न खोना...
जहाँ ..
प्रेम ही प्रेम हो केवल...
जीवनभर के लिए...
आत्मा का रिश्ता..
रूह का मिलन...
मैंने प्रेम जो चुना जीवनभर के लिए...!!❤️
लिखी हुईं ..
सुनहरे हर्फों में...
ज़िन्दगी..
जिसको गुनगुनाये...
वो ग़ज़ल हो तुम...
न इश्क़ न महोब्बत...
मैंने प्रेम को चुना.. जींवनभर के लिए..
जहाँ मिलना न बिछड़ना...
न पाना न खोना...
जहाँ ..
प्रेम ही प्रेम हो केवल...
जीवनभर के लिए...
आत्मा का रिश्ता..
रूह का मिलन...
मैंने प्रेम जो चुना जीवनभर के लिए...!!❤️