This media is not supported in your browser
VIEW IN TELEGRAM
RSS V/S BJP
Sr. RSS leader Indresh Kumar says,"Those who became arrogant stopped at 241 by Lord Ram".
Earlier, RSS chief Mohan Bhagwat criticised PM Modi for ignoring Manipur.
Sr. RSS leader Indresh Kumar says,"Those who became arrogant stopped at 241 by Lord Ram".
Earlier, RSS chief Mohan Bhagwat criticised PM Modi for ignoring Manipur.
मोदीजी जब संघ के प्रचारक थे तब नानाजी देशमुख विभाग प्रमुख थे।
एक बार नानाजी देशमुख जी ने देखा कि मोदीजी के पैरों में चप्पल नहीं है तब नानाजी देशमुख ने उन्हें 2 रुपये चप्पल खरीदने के लिए दिया ।
2 महीने बाद एक कार्यक्रम में नानाजी देशमुख ने फिर से मोदीजी को जब देखा कि उनके पैरों में चप्पल नहीं है तब उन्होंने मोदीजी से पूछा कि मोदीजी आपके पैरों में चप्पल क्यों नहीं ?
तब मोदीजी ने हंसते हुए कहा वह तो पेट में चले गए क्योंकि पैरों की देखभाल से ज्यादा महत्वपूर्ण पेट की देखभाल है मैंने उन पैसों से खाना खा लिया क्योंकि मैंने 2 दिनों से कुछ खाया नहीं था..
सोचिए वह कैसा कठिन दौर रहा होगा और संघ के जनसंघ के पुराने लोगों ने कितना त्याग और बलिदान देकर आज संघ और बीजेपी को इस मुकाम तक पहुंचाया है !!
कोटि कोटि नमन🙏
संघ शक्ति युगे युगे🚩
नींव के पत्थर थे वे लोग जिसपर आज मोदी सरकार खड़ी है। शत शत नमन
आज कुछ लोग मोदी जी को राजनीति सीखा रहे है
एक बार नानाजी देशमुख जी ने देखा कि मोदीजी के पैरों में चप्पल नहीं है तब नानाजी देशमुख ने उन्हें 2 रुपये चप्पल खरीदने के लिए दिया ।
2 महीने बाद एक कार्यक्रम में नानाजी देशमुख ने फिर से मोदीजी को जब देखा कि उनके पैरों में चप्पल नहीं है तब उन्होंने मोदीजी से पूछा कि मोदीजी आपके पैरों में चप्पल क्यों नहीं ?
तब मोदीजी ने हंसते हुए कहा वह तो पेट में चले गए क्योंकि पैरों की देखभाल से ज्यादा महत्वपूर्ण पेट की देखभाल है मैंने उन पैसों से खाना खा लिया क्योंकि मैंने 2 दिनों से कुछ खाया नहीं था..
सोचिए वह कैसा कठिन दौर रहा होगा और संघ के जनसंघ के पुराने लोगों ने कितना त्याग और बलिदान देकर आज संघ और बीजेपी को इस मुकाम तक पहुंचाया है !!
कोटि कोटि नमन🙏
संघ शक्ति युगे युगे🚩
नींव के पत्थर थे वे लोग जिसपर आज मोदी सरकार खड़ी है। शत शत नमन
आज कुछ लोग मोदी जी को राजनीति सीखा रहे है
ISIS magazine 'Voice of Khurasan.'
Cover page: 'O Polytheist Indian Kings! Be ready to face Mahmud Ghaznavi again!'
On page 34, ISIS mentioned about armed jihad to kill Indian polytheists (Hindus) and burn temples.
Cover page: 'O Polytheist Indian Kings! Be ready to face Mahmud Ghaznavi again!'
On page 34, ISIS mentioned about armed jihad to kill Indian polytheists (Hindus) and burn temples.
बंगाल, राजस्थान, झारखंड, उत्तरप्रदेश , महाराष्ट्र में भाजपा को वोट न देकर हमने मोदी का अहंकार तोड़ दिया।
ये हमने कोई पहली बार नहीं किया है, इसी तरह पहले भी हमने साथ न देकर बड़ों-बड़ों का अहंकार तोड़ा है...
बहुत पहले सिंध के हिन्दू राजा दाहिर का अहंकार तत्कालीन अफगानिस्तान और राजस्थान के हिन्दू राजाओं ने खत्म किया था। दाहिर ने सहायता के लिये पत्र लिखा, पर कोई भी नहीं आया। बहुत अहंकार था दाहिर को अपने पराक्रम का, मारा गया। अब ये अलग बात है कि उसके बाद सिंध में हिन्दुओं का निरंतर पतन ही होता रहा और आज अफगानिस्तान पूर्णतः इस्ला'मिक राष्ट्र है।
इसी तरह हमने मोहम्मद गोरी के आक्रमण के समय पृथ्वीराज चौहान का साथ न देकर उनके अहंकार को तोड़ा था।
मेवाड़ वालों को भी अपनी बहादुरी का बड़ा अहंकार था। जब खिलजी ने मेवाड़ घेर लिया तब पूरे राजपूताने से किसी ने भी साथ नहीं दिया, रावल रतन धोखे से मारे गये और पद्मावती को 16000 औरतों के साथ जौहर करना पड़ा। पद्मावती को भी अपनी सुंदरता पर बड़ा अहंकार था, तोड़ दिया।
राणा सांगा ने जब लोधी को कैद किया था, तब उनके अहंकार को तोड़ने के लिये डाकू बाबर को बुलाया गया। युद्ध में किसी ने राणा सांगा का साथ नहीं दिया,
उनका सेनापति तीस हजार सैनिकों के साथ मारा गया,
सांगा का अहंकार टूट गया। लेकिन लोधियों को भी मुगलों की गुलामी करनी पड़ी, मन्दिर तोड़े गए, स्त्रियां लूटी मुगलों ने..पर सांगा का अहंकार तो टूट ही गया न।
मराठे बड़े प्रतापी थे, मुगलों की वाट लगा दी थी उन्होंने। उनको भी बहुत अहंकार था। मुगल हार गये तो काफिरों को रोकने के लिए अफगानिस्तान से अब्दाली बुलाया गया, पानीपत के मैदान में सेनाएं सज गयीं।
अब्दाली की सेना को तो रसद मिलती रही पर मराठों को किसी ने भी रसद नहीं भेजी..अहंकार जो तोड़ना था मराठों का।
भूखे पेट मराठे लड़ते रहे, मरते रहे..हार गये।
महाराष्ट्र का कोई ऐसा घर नहीं जिसका कोई बेटा शहीद न हुआ हो, लेकिन अहंकार तो टूट गया न।
न जाने कितनी बार हमने समय पर साथ न देकर अपनों के अहंकार को तोड़ा है, तो हम मोदी को भी सत्ता से हटा कर रहेंगे। भले ही हमें इसके लिये गोरियों, मुगलों, अब्दालियों या फिर इटली, पाकिस्तान की मदद लेनी पड़े और देश को उनके हाथों गिरवी रखना पड़े..
हम मोदी का अहंकार तोड़ कर ही रहेंगे, और आने वाले समय में योगी जी का अहंकार भी तोड़ेंगे ।
क्योंकि हम विदेशियों, विधर्मियों, वाममार्गियों आदि की ग़ुलामी में ही जीने के ही लायक़ हैं।
याद है, हमने अटल जी का अहंकार भी तोड़ा था और फिर 10 साल जूते खाये थे , लेकिन हमें भूलने की आदत तो ठहरी...
न जाने कितनी बार हमने समय पर साथ न देकर अपनों के अहंकार को तोड़ा है, तो हम मोदी को भी सत्ता से हटा कर रहेंगे। भले ही हमें इसके लिये गोरियों, मुगलों, अब्दालियों या फिर इटली, पाकिस्तान की मदद लेनी पड़े और देश को उनके हाथों गिरवी रखना पड़े..
हम मोदी का अहंकार तोड़कर ही रहेंगे।
जय हिन्दू
जय हिन्दु राष्ट्र
ये हमने कोई पहली बार नहीं किया है, इसी तरह पहले भी हमने साथ न देकर बड़ों-बड़ों का अहंकार तोड़ा है...
बहुत पहले सिंध के हिन्दू राजा दाहिर का अहंकार तत्कालीन अफगानिस्तान और राजस्थान के हिन्दू राजाओं ने खत्म किया था। दाहिर ने सहायता के लिये पत्र लिखा, पर कोई भी नहीं आया। बहुत अहंकार था दाहिर को अपने पराक्रम का, मारा गया। अब ये अलग बात है कि उसके बाद सिंध में हिन्दुओं का निरंतर पतन ही होता रहा और आज अफगानिस्तान पूर्णतः इस्ला'मिक राष्ट्र है।
इसी तरह हमने मोहम्मद गोरी के आक्रमण के समय पृथ्वीराज चौहान का साथ न देकर उनके अहंकार को तोड़ा था।
मेवाड़ वालों को भी अपनी बहादुरी का बड़ा अहंकार था। जब खिलजी ने मेवाड़ घेर लिया तब पूरे राजपूताने से किसी ने भी साथ नहीं दिया, रावल रतन धोखे से मारे गये और पद्मावती को 16000 औरतों के साथ जौहर करना पड़ा। पद्मावती को भी अपनी सुंदरता पर बड़ा अहंकार था, तोड़ दिया।
राणा सांगा ने जब लोधी को कैद किया था, तब उनके अहंकार को तोड़ने के लिये डाकू बाबर को बुलाया गया। युद्ध में किसी ने राणा सांगा का साथ नहीं दिया,
उनका सेनापति तीस हजार सैनिकों के साथ मारा गया,
सांगा का अहंकार टूट गया। लेकिन लोधियों को भी मुगलों की गुलामी करनी पड़ी, मन्दिर तोड़े गए, स्त्रियां लूटी मुगलों ने..पर सांगा का अहंकार तो टूट ही गया न।
मराठे बड़े प्रतापी थे, मुगलों की वाट लगा दी थी उन्होंने। उनको भी बहुत अहंकार था। मुगल हार गये तो काफिरों को रोकने के लिए अफगानिस्तान से अब्दाली बुलाया गया, पानीपत के मैदान में सेनाएं सज गयीं।
अब्दाली की सेना को तो रसद मिलती रही पर मराठों को किसी ने भी रसद नहीं भेजी..अहंकार जो तोड़ना था मराठों का।
भूखे पेट मराठे लड़ते रहे, मरते रहे..हार गये।
महाराष्ट्र का कोई ऐसा घर नहीं जिसका कोई बेटा शहीद न हुआ हो, लेकिन अहंकार तो टूट गया न।
न जाने कितनी बार हमने समय पर साथ न देकर अपनों के अहंकार को तोड़ा है, तो हम मोदी को भी सत्ता से हटा कर रहेंगे। भले ही हमें इसके लिये गोरियों, मुगलों, अब्दालियों या फिर इटली, पाकिस्तान की मदद लेनी पड़े और देश को उनके हाथों गिरवी रखना पड़े..
हम मोदी का अहंकार तोड़ कर ही रहेंगे, और आने वाले समय में योगी जी का अहंकार भी तोड़ेंगे ।
क्योंकि हम विदेशियों, विधर्मियों, वाममार्गियों आदि की ग़ुलामी में ही जीने के ही लायक़ हैं।
याद है, हमने अटल जी का अहंकार भी तोड़ा था और फिर 10 साल जूते खाये थे , लेकिन हमें भूलने की आदत तो ठहरी...
न जाने कितनी बार हमने समय पर साथ न देकर अपनों के अहंकार को तोड़ा है, तो हम मोदी को भी सत्ता से हटा कर रहेंगे। भले ही हमें इसके लिये गोरियों, मुगलों, अब्दालियों या फिर इटली, पाकिस्तान की मदद लेनी पड़े और देश को उनके हाथों गिरवी रखना पड़े..
हम मोदी का अहंकार तोड़कर ही रहेंगे।
जय हिन्दू
जय हिन्दु राष्ट्र
Media is too big
VIEW IN TELEGRAM
An important G7 Summit, where Modi Ji presented India’s perspective at the world stage.
Here are highlights.
Here are highlights.
I prayed at the Kashi Vishwanath Temple for the progress of India and the prosperity of 140 crore Indians.
May the blessings of Mahadev always remain upon us and may everyone be happy as well as healthy.
- Mamo
May the blessings of Mahadev always remain upon us and may everyone be happy as well as healthy.
- Mamo