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सुना है छुप छुप कर रोते हैं वो

उनसे कहना की हंसते हम भी नहीं है
मोहब्बत है मुझे उन ख्वाबों से

जो सिर्फ तुम्हें देखा करते हैं
बीते रिश्ते तलाश करती है
ख़ुशबू ग़ुंचे तलाश करती है

जब गुज़रती है उस गली से सबा
ख़त के पुर्ज़े तलाश करती है

अपने माज़ी की जुस्तुजू में बहार
पीले पत्ते तलाश करती है

एक उम्मीद बार बार आ कर
अपने टुकड़े तलाश करती है

बूढ़ी पगडंडी शहर तक आ कर
अपने बेटे तलाश करती है

-गुलजार
“ख़्वाबों का हो जो क़ातिल...क्या उसे हमसफ़र करना,

कि ऐसे में तो अच्छा है...अकेले ही सफ़र करना।”💞
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मैंने चेहरे पर मुस्कुराहट लाकर ,
आईने को हमेशा खुश रखा है...!!😊
इस दुनिया में अजनबी रहना ही
ठीक है..😣


कुछ लोग बहुत तकलीफ देते है,
अक्सर अपना बनाकर...🥺😔
सुनो.. मुझे सुकून चाहिए
मतलब 

दफा हो जाओ मेरी ज़िन्दगी से

😡😡
Forwarded from ✍️शायरी का दरिया💐 (!!..ज़ालिमा..!!)
हमारा मसला अलग है औरों से ,

आपकी खैरियत हमको सुकून देती है
बीती उम्र बहुत पर वो न मिला जो

पलकों पे बिठाकर मुझे दिल में छुपा लेता
इश्क-मुहब्बत
या प्यार लिखना
मगर लबों से नहीं
रुह से मेरे यार लिखना
लाँघ कर दहलीज
जिस्म की
तुम मन के पार लिखना___!!
इरादा कत्ल का था ,,,,,
तो मेरा सिर कलम कर देते ,,
क्यों इश्क़ मे डाल कर

तूने मेरी हर सांस पर
मौत लिख दी
प्रेम अनंत पीड़ा की
जड़ है
यहां
सिर्फ
अधूरे ख्वाब पनपते हैं__!!
तेरे बगैर
खामोशी इतनी महसूस की है
कि बोलना भूल गये___!! 😔
यमराज : मै तेरी जान लेने आया हूं....!!

मैं: वो मेरी ना हो सकी - आपकी क्या होगी..😌
किसी दिन क़ब्र की दो गज जमीं को घर बनाएंगे

ये दुनिया छोड़ कर हम दूसरी दुनिया बसाएंगे ..!
अक्सर बहुत मासूम चेहरे ही,

लड़को को चुतिया बना देतें हैं..!
जो हर किसी का हो जाए,

उसका ना होना ही बेहतर है...!
बेवक्त_बेझिझक बेवजह मुस्कुराया_करो!

तुम_स्त्री हो जे सोच कर खुद में न_सिमट जाया करो!!
मैं भोला भाला सा तेरी जान प्रिये

तू बंदरिया सी खड़ूस मेरी पहचान प्रिये___!!


🥰🙈
2024/11/05 19:29:51
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