Telegram Web Link
पहले तुझे बनाया बना कर मिटा दिया...!!

जितने भी फ़ैसले किए सारे ग़लत किए...!!


𝑲𝑰𝑵𝑮 𝑺𝑨𝑯𝑨𝑩
✪༺ ──•◈•── ──•◈•──༻✪
हज़ारों मौसमों की हुक्मरानी है मेरे दिल पर...!!

मैं जब भी हँसता हूँ तो आँखें भीग जाती हैं...!!

𝑲𝑰𝑵𝑮 𝑺𝑨𝑯𝑨𝑩
✪༺ ──•◈•── ──•◈•──༻✪
हर इक मुफ़लिस के माथे पर अलम की दास्तानें हैं...!!

कोई चेहरा भी पढ़ता हूँ तो आँखें भीग जाती हैं..!!

𝑲𝑰𝑵𝑮 𝑺𝑨𝑯𝑨𝑩
✪༺ ──•◈•── ──•◈•──༻✪
पटाखो की आवाज़ से गूंज रहा संसार...!!

दीपक की रोशनी...!

ओर अपनो का प्यार...!

मुबारक हो आपको दिवाली का त्योहार...!!

𝑲𝑰𝑵𝑮 𝑺𝑨𝑯𝑨𝑩
✪༺ ──•◈•── ──•◈•──༻✪
मुस्कुराते हंसते दीप जलाना...!
जीवन में नई खुशियां लाना...!!

दुख दर्द अपने भूलकर सभी...!
अपने दोस्तों को तुम गले लगाना...!!

𝑲𝑰𝑵𝑮 𝑺𝑨𝑯𝑨𝑩
✪༺ ──•◈•── ──•◈•──༻✪
दुश्मन-ए-जाँ है मगर जान से प्यारा भी है...!!

ऐसा इस शहर में एक शख़्स हमारा भी है...!!

𝑲𝑰𝑵𝑮 𝑺𝑨𝑯𝑨𝑩
✪༺ ──•◈•── ──•◈•──༻✪
मुल्क तो मुल्क घरों पर भी है क़ब्ज़ा उस का...!!

अब तो घर भी नहीं चलते हैं सियासत के बग़ैर...!!

𝑲𝑰𝑵𝑮 𝑺𝑨𝑯𝑨𝑩
✪༺ ──•◈•── ──•◈•──༻✪
कुछ ज़ुल्म ओ सितम सहने की आदत भी है हम को...!!

कुछ ये है कि दरबार में सुनवाई भी कम है...!!

𝑲𝑰𝑵𝑮 𝑺𝑨𝑯𝑨𝑩
✪༺ ──•◈•── ──•◈•──༻✪
ज़िंदगी रोक के अक्सर यही कहती है मुझे...!!

तुझ को जाना था किधर और किधर आ गया है...!!

𝑲𝑰𝑵𝑮 𝑺𝑨𝑯𝑨𝑩
✪༺ ──•◈•── ──•◈•──༻✪
इश्क़ के मारों को आदाब कहाँ आते हैं...!!

तेरे कूचे में चले आए इजाज़त के बग़ैर...!!

𝑲𝑰𝑵𝑮 𝑺𝑨𝑯𝑨𝑩
✪༺ ──•◈•── ──•◈•──༻✪
ख़ुद से तो आए न थे अहल-ए-ज़मीं सुनता है...!
क्यूँ उन्हें भेज के अब उन की नहीं सुनता है...!!

ये अगर सच है तो फिर आज इसे साबित कर...!
कि सुना है तू सर-ए-अर्श-ए-बरीं सुनता है...!!

वो जो सुनता नहीं तेरी तो गिला कैसा है...!
तू भी कब उस की मेरे ख़ाक-नशीं सुनता है...!!

बिगड़े बच्चे की तरह शोर मचाए जाए...!
ये मेरा दिल किसी की भी नहीं सुनता है...!!

हुस्न के हुस्न तग़ाफ़ुल से परेशान न हो...!
ग़ौर से बात कहाँ कोई हसीं सुनता है...!!

भूक इफ़्लास दग़ा जुर्म की बोहतात 'सादिक़'...!
फिर भी लगता है तुझे कोई कहीं सुनता है...!!

𝑲𝑰𝑵𝑮 𝑺𝑨𝑯𝑨𝑩
✪༺ ──•◈•── ──•◈•──༻✪
डाकिए के भेष में आया था वक़्त और...!!

एक ख़ाली यादों का लिफ़ाफ़ा दे गया...!!

𝑲𝑰𝑵𝑮 𝑺𝑨𝑯𝑨𝑩
✪༺ ──•◈•── ──•◈•──༻✪
मुझे तेरा साथ सादिक़, जिंदगीभर नहीं चाहिये...!!

बल्कि जब तक तु साथ है, तब तक जिंदगी चाहिये...!!

𝑲𝑰𝑵𝑮 𝑺𝑨𝑯𝑨𝑩
✪༺ ──•◈•── ──•◈•──༻✪
हर बार इल्जाम हम पर लगाना ठीक नहीं...!!

वफ़ा खुद से नहीं होती, खफा हम पर होते हो...!!

𝑲𝑰𝑵𝑮 𝑺𝑨𝑯𝑨𝑩
✪༺ ──•◈•── ──•◈•──༻✪
आंसू उठा लेते हैं मेरे गमो का बोझ...!!

ये वो दोस्त है जो तुम्हारी तरह एहसान जाताया नहीं करते...!!

𝑲𝑰𝑵𝑮 𝑺𝑨𝑯𝑨𝑩
✪༺ ──•◈•── ──•◈•──༻✪
बन्द कर दो अब मोहब्बत तुम अगर....!!

बेवफ़ाई में पीएचडी पूरी हो गई हो...!!

𝑲𝑰𝑵𝑮 𝑺𝑨𝑯𝑨𝑩
✪༺ ──•◈•── ──•◈•──༻✪
करनी है तो दर्द की साझेदारी कर लो...!!

साहब खुशियों के तो दावेदार बहुत हैं...!!

𝑲𝑰𝑵𝑮 𝑺𝑨𝑯𝑨𝑩
✪༺ ──•◈•── ──•◈•──༻✪
मैंने तो अपने पाप वाले घड़े में छेद कर रखा है...!!

क्यूँकि वो भरने पे फूट जाने वाला झंझट ही नहीं चाहिए मुझे..!!

𝑲𝑰𝑵𝑮 𝑺𝑨𝑯𝑨𝑩
✪༺ ──•◈•── ──•◈•──༻✪
इश्क़ के मारों को आदाब कहाँ आते हैं...!!

तेरे कूचे में चले आए इजाज़त के बग़ैर...!!

𝑲𝑰𝑵𝑮 𝑺𝑨𝑯𝑨𝑩
✪༺ ──•◈•── ──•◈•──༻✪
आये हो निभाने को जब किरदार जमीं पर...!!

तो कुछ ऐसा करो की जमाना मिसाल दे...!!

𝑲𝑰𝑵𝑮 𝑺𝑨𝑯𝑨𝑩
✪༺ ──•◈•── ──•◈•──༻✪
2024/12/23 14:08:00
Back to Top
HTML Embed Code: